आपकी शिकायत स्पष्ट, पुख्ता एवं संक्षिप्त होनी चाहिए। आपके द्वारा पेश किए गए सभी तथ्य एवं दस्तावेज क्रम में होने चाहिए। आपके निम्नलिखित को शामिल करना होगा:-
(क) कारण-शीर्षक
(ख) यदि सम्भव हो, शिकायत को एक शीर्षक होना चाहिए
(ग) शिकायतकर्ता का नाम, विवरण एवं पता (आपका नाम)
(घ) प्रतिपक्ष अथवा प्रतिपक्षों, जैसा भी मामला हो, का नाम, विवरण एवं पता, जिससे उनका निर्धारण किया जा सके
(ङ) शिकायत से संबंधित तथ्य और कब तथा कहां यह हुई
(च) प्रतिपक्ष इस संबंध में कार्रवाई किए जाने के लिए कैसे उत्तरदायी है तथा वे इस याचिका के प्रति जबावदेह एवं जिम्मेदार क्यों है (छ) याचिका में समाविष्ट आरोपों के समर्थन में दस्तावेजों की प्रति। शिकायतकर्ता को शिकायत/याचिका की प्रति तथा उसके द्वारा प्रस्तुत किए गए सभी दस्तावेजों को उसके रिकॉर्ड के लिए रखने की सलाह दी जाती है। आपके द्वारा विधिवत रूप से हस्ताक्षरित शिकायत सहित दस्तावेजों की सूची भी प्रस्तुत करनी चाहिए।
(ज) आपको यह भी स्पष्ट करना होगा कि मामला उस अधिकरण के क्षेत्राधिकार में कैसे आता है – क्या प्रतिपक्ष, मंच के क्षेत्राधिकार में निवास करता है अथवा लाभ अर्जित करने के लिए व्यापार चलाता है अथवा उसका शाखा कार्यालय है अथवा व्यक्तिगत रूप से कार्य करता है या क्या कार्रवाई के कारण (क्षतिग्रस्त वस्तु अथवा दोषपूर्ण सेवा) मंच के क्षेत्राधिकार में आते हैं।
(झ) आप प्रतिपक्ष से अपनी शिकायत से संबंधित कीमतों के दावे पाने के भी हकदार हैं। अतः अपनी शिकायत में उस राशि का उल्लेख भी क